कुरुक्षेत्र युद्ध के परिणाम महाभारत एवं अन्य पौराणिक ग्रंथों के अनुसार यह युद्ध भारत वंशियों के साथ-साथ अन्य कई महान
कुरुक्षेत्र युद्ध के परिणाम महाभारत एवं अन्य पौराणिक ग्रंथों के अनुसार यह युद्ध भारत वंशियों के साथ-साथ अन्य कई महान
युद्ध का विवरण एवं घटनाक्रम युद्ध का दिन विवरण पाण्डव पक्ष की क्षति कौरव पक्ष की क्षति मजबूत पक्ष पहला
युद्ध का प्रारम्भ और अंत कुरुक्षेत्र की तरफ प्रस्थान करती पाण्डव और कौरव सेनाएँ, स्रोत युद्ध की तैयारियाँ पूर्ण करने
महाभारत काल के सबसे शक्तिशाली योद्धा श्रेणी योद्धा विवरण श्रेणी१ अर्जुन,श्रीकृष्ण,भीष्म, बलराम,द्रोणाचार्य,भगदत्त ये ऐसे योद्धा थे जिन्होने युद्ध में कभी
सेना विभाग एवं संरचनाएँ, हथियार और युद्ध सामग्री दोनों पक्षों की सेनाएँ कौरवपक्ष की सेना पाण्डवपक्ष की सेना सहयोगी जनपद
युद्ध की तैयारियाँ और कुरुक्षेत्र की ओर प्रस्थान जब यह निश्चित हो गया कि युद्ध तो होगा ही, तो दोनों
श्रीकृष्ण द्वारा शांति का अंतिम प्रयास १२ वर्षों के ज्ञातवास और १ वर्ष के अज्ञातवास की शर्त पूरी करने पर
ऐतिहासिकता • महाभारत युद्ध को आमतौर पर वैदिक युग में लगभग ३१०० ईसा पूर्व के समय का माना जाता है।
पृष्ठभूमि कुरुराज्य सभा में द्रौपदी का अपमान महाभारत युद्ध होने का मुख्य कारण कौरवों की उच्च महत्वाकांक्षाएँ और धृतराष्ट्र का
कुरुक्षेत्र युद्ध कौरवों और पाण्डवों के मध्य कुरु साम्राज्य के सिंहासन की प्राप्ति के लिए लड़ा गया था। महाभारत के